SOFTWARE ENGINEER: हर छात्र का यह प्रयास रहता है की उसे एक अच्छी नौकरी मिले लेकिन यह तभी संभव है जब आप एक अच्छा कोर्स चुनते है
लेकिन अच्छा कोर्स चुनने के लिए भी काफी प्रयास करना होता है की हमें किस विषय में रूचि है बिना रूचि के उस सब्जेक्ट में जाना आपके लिए कही महगा ना पढ़ जाये इसलिए सोच समझकर ही सब्जेक्ट का चुनाव करे |
सब्जेक्ट का चुनाव करने के लिए आप किसी की मदद भी ले सकते है जो इन सभी के जानकारी रखता हो | आज हम कुछ ऐसे ही सब्जेक्ट के बारे में बताने वाले है जिससे सॉफ्टवेयर इंजिनियर बनने में आपको मदद मिलने वाली है | यह आर्टिकल आपको सॉफ्टवेयर कोर्स से जुडी सारी समस्याओ को हल करने का प्रयास करेगा |
SOFTWARE ME KYA KYA AATA HAI
सॉफ्टवेयर कंप्यूटर से जुडा एक कोर्स है जिसके माध्यम से हम कंप्यूटर कार्य को आसान बनाने का काम करते है इसके जरिये से बड़े से बड़े कार्यो को आसानी से किया जा सकता है कंप्यूटर के कार्यो में सॉफ्टवेयर का महत्वपूर्ण योगदान होता है
लेकिन इन कामो के लिए कप्यूटर सीखना भी जरुरी होता है | कंप्यूटर के बेसिक कोर्स को सिखने के लिए कोचिंग का सहारा भी ले सकते है |
Software में कई तरीके के सॉफ्टवेर आते है जैस एप्लीकेशन सॉफ्टवेर ,यूटिलिटी सॉफ्टवेयर ,अन्रोइड एप्लीकेशन ,विंडो सॉफ्टवेर ये सभी अलग अलग सॉफ्टवेयर के रूप है जिन्हें बनाने वाले भी अलग अलग फिल्ड के होते है | खास बात यह है की ये सभी सॉफ्टवेर इंजिनियर होते है |
SOFTWARE ENGINEER BANNE KE LIYE 10TH KE BAAD KYA KARE
इंजीनीयर बनना एक अच्छा काम है लेकिन अगर सॉफ्टवेयर इंजिनियर बनना है इसके लिए 10 वी बाद से तैय्यारी करना स्टार्ट कर देना चाहिए इसमें महत्वपूर्ण कार्य यही होता है की अगर 10 वी के बाद सब्जेक्ट चुनना होतो सही सब्जेक्ट का चयन होना अतिआवश्यक होता है
इसमें मैथ्स सब्जेक्ट का चुनाव सही होता है क्यों की इंजीनियरिंग के लिए गणित विषय ही एक टर्निंग पॉइंट होता है |
12TH KE BAAD SOFTWARE ENGINEER KAISE BANE
जब आप 12 वी मैथ्स विषय के साथ पास करते है उसके बाद इंजीनियरिंग की तैय्यारी के लिए अगली स्टेप को फॉलो करना होता है इसमें कई तरीके से एडमिशन होता है लेकिन भारत में प्रचलित IIT –Jee के माध्यम से ज्यादतर सिलेक्शन प्रोसेस की जाती है |
सॉफ्टवेर इंजीनियरिंग के लिए बेचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (BE) या फिर B.tech डीग्री का चयन करना होता है इसके लिए IIT-Jee के माध्यम से सिलेक्शन होता है वैसे तो इंडिया में बहुत से इंजीनियरिंग कॉलेज है
लेकिन एक अच्छी कॉलेज का चयन भी आपको अच्छी जॉब के लिए प्रेरित करेगा | इसमें IIT के कॉलेज ,NIT के कॉलेज साथ ही साथ गोवेर्र्न्मेंट के कॉलेज भी आते है इसके अलावा भी प्रायवेट कॉलेज भी बहुत से है जो अच्छा प्लेसमेंट देते है |
इसमें से आप अपनी इच्छा से किसी भी कॉलेज का चयन कर सकते है ये आप पर निर्भर करता है की आपको किस प्रकार से कॉलेज करना है | चयन के पश्चाद 8 सेमेस्टर की पढाई करना होता है
तब जाकर एक अच्छा सॉफ्टवेर इंजिनियर बनते है सॉफ्टवेर इंजिनियर बनने की अधिक जानकारी के लिए हमार्रे इस आर्टिकल को पढ़ सकते है |
सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने के लिए क्या करें
- उम्मीदवार को 10 वी के बाद गणित विषय का चयन करना होगा |
- इसके पश्चाद मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12 वी मैथ्स विषय से पास करना होगा |
- तत्पस्चाद इंजीनियरिंग एंट्रेंस परीक्षा को पास करना होता है |
- एंट्रेंस परीक्षा पास करने के बाद दस्तावेज का परीक्षण करके कॉलेज का चयन करना होता है |
- कॉलेज में चयन के बाद 8 सेमेस्टर को पास करना होता है प्रत्येक सेमेस्टर में 5 विषय होते है |
- 4 वर्षीय इंजीनियरिंग डीग्री पास करने के पश्चाद उम्मीदवार सॉफ्टवेर इंजिनियर की डीग्री प्राप्त करता है
सामान्य प्रश्न उत्तर –
q.software engineer banne ke liye konsa subject lena padta hai ?
Maths विषय का चयन करना होता है |
q.12th commerce ke baad software engineer kaise bane
12 वी के बाद बिना मैथ्स के इंजीनियरिंग हो सकता है लेकिन यह आप्शन कुछ ही कॉलेजो में है | लेकिन आप बिना इंजीनियरिंग के भी सॉफ्टवेर फिल्ड में जा सकते है इसमें आपको बेचलर डीग्री के साथ कोई भी लेंग्वेज को सीखकर सॉफ्टवेर कम्पनी में काम करने का मौका मिल सकता है |